Ramayana secret Stories
रामायण मानव जाति के लिए एक अनमोल धरोहर है। रामायण सभी के लिए एक ऐसा महाकाव्य है जिसको अपने जीवन पर उतारकर हम सभी अपना जीवन सुधार सकते हैं।रामायण के बारे में तो सभी ने सुना है और टीवी में सीरियल्स भी देखे हैं पर फिर भी बहुत सी ऐसी बातें हैं जो शायद ही आपने रामायण के बारे में पढ़ी या सुनी होंगी। आज आपको ऐसी अनसुनी बातों को हम बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर आप हैरान हो सकते हैं। चूंकि 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का शिलन्यास होने जा रहा है। ऐसे में हम आपको भगवान राम से जुड़ी बहुत सी खास जानकारियां देंगे।
1. बात करते हैं रामायण के सबसे पहले facts की। श्रीराम को भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से 7वां अवतार माना जाता है पर क्या आप जानते हैं कि भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न किसके अवतार थे ? लक्ष्मण जी को शेषनाग का अवतार माना जाता है जो क्षीरसागर में भगवान विष्णु का आसन है। धार्मिक ग्रन्थों में ऐसा माना जाता है कि शेषनाग के फन पर पृथ्वी टिकी हुई है। वहीं भरत को भगवान विष्णु द्वारा हाथों में धारण किया सुदर्शन चक्र का अवतार माना जाता है। इसके अलावा सबसे छोटे भाई शत्रुघ्न को विष्णु जी द्वारा धारण किया शंख-शैल का अवतार माना जाता है।
2. अब बात करते हैं रामायण के दूसरे facts की। बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि भगवान राम की एक बहन भी थी जिनका नाम शांता था। ये बहन चारों भाइयों से बड़ी थीं और इनकी माता कौशल्या थी। मान्यताओं के अनुसार, अंगदेश के राजा रोमपद और उनकी रानी वर्षिणी की कोई संतान नहीं थी। एक बार दोनों दंपत्ति अयोध्या आए। राजा दशरथ को बातचीत के दौरान जब ये बात पता चली तो उन्होंने अपनी बेटी शांता को संतान के रूप में राजा रोमपद को देने का वचन दिया।
3. अब बात करते हैं रामायण के तीसरे facts की। जब भगवान राम वनवास के 14 साल बीता रहे थे, उस दौरान लक्ष्मण जी कभी भी सोते नहीं थे।अपने बड़े भाई और भाभी की रक्षा के लिए लक्ष्मण जी ने निद्रा देवी से यह वरदान मांगा था कि उनको वनवास के 14 वर्षों तक नींद ना आए। निद्रा देवी ने भाई-भाभी के प्रति ऐसा प्यार देखकर उनको ये वरदान दिया लेकिन यह वरदान तभी सफल हो सकता था जब कोई उसके बदले 14 साल तक सोएगा। ऐसे में लक्ष्मण जी की पत्नी यानि मां सीता की बहन उर्मिला ने लक्ष्मण जी के बदले 14 साल तक सोना स्वीकार किया। इसीलिए वनवास के 14 साल तक लक्ष्मण जी कभी नहीं सोए और मां उर्मिला 14 साल तक सोती रही।
4. अब बात करते हैं रामायण के चौथे facts की। अपने सबसे प्रिय भाई लक्ष्मण को ना चाहते हुए श्रीराम ने मुत्युदंड दिया था। ये घटना उस वक्त की है जब श्रीराम ने रावण को मारकर और वनवास पूरा करके अयोध्या का राजसिंहासन संभाला था। इस दौरान एक दिन यम देवता ब्राह्मण वेश धारण करके किसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हेतु श्रीराम के पास आए। उन्होंने श्रीराम से यह वचन लिया कि इस वार्तालाप के दौरान कोई भी बीच में नहीं आएगा और अगर कोई चर्चा के बीच आया तो श्रीराम उसे मृत्युदंड देंगे। ऐसे में श्रीराम लक्ष्मण जी को द्वारपाल नियुक्त कर देते हैं और किसी को भी अंदर आने के लिए मना कर देते हैं। श्रीराम और यम देव में चर्चा शुरू हो जाती है, उसी दौरान ऋषि दुर्वासा अयोध्या आते हैं और लक्ष्मण को श्रीराम को अपने आगमन की सूचना देने के लिए कहते हैं लेकिन लक्ष्मण विनम्रता के साथ ऋषि दुर्वासा को मना कर देते हैं। ऐसे में दुर्वासा क्रोधित होकर संपूर्ण अयोध्या को श्राप देने की ठान लेते हैं। ऐसे में लक्ष्मण जी अपनी प्रजा और अयोध्या को बचाने के लिए स्वयं का त्याग कर देते हैं और श्रीराम-यमदेव की चर्चा को भंग कर देते हैं। वचन के हाथों बंधे श्रीराम अपने गुरु वशिष्ठ के कहे अनुसार लक्ष्मण जी का त्याग कर देते हैं क्योंकि किसी वस्तु, विशेष का त्याग करना उसकी मृत्यु के समान ही है।
5. अब बात करते हैं रामायण के 5वें facts की। रामायण में लक्ष्मण जी द्वारा शूर्पनखा के नाक-कान काटे जाने से क्रोधित होकर रावण ने सीता का हरण किया था, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि रावण की बहन शूर्पनखा ने स्वयं रावण को सर्वनाश होने का शाप दिया था। एक कथा के अनुसार, शूर्पनखा का पति विद्युतजिव्ह, कालकेय नाम के राजा का सेनापति था। जब रावण का युद्ध कालकेय के साथ हुआ तो युद्ध में रावण ने विद्युतजिव्ह का वध कर दिया था। ऐसे में शूर्पनखा ने मन ही मन रावण को यह शाप दिया कि मेरे ही कारण तेरा सर्वनाश होगा।
रामायण से जुड़ी यह खास और दिलचस्प जानकारी आपको कैसी लगी, कृपया कमेंट बॉक्स में बताएं।
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